🌍दुनिया में सैकड़ों दर्दमंद मिलते हैं,😧
😧पर काम के लोग चंद मिलते हैं,😓
😓जब मुसीबत का वक़्त आता है,😓
😓सब के दरवाजे बंद मिलते हैं।😓
💔मुँह की बात सुने हर कोई दिल💗 के दर्द को जाने कौन💔
💔आवाजों के बाज़ारों में ख़ामोशी पहचाने कौन💔
💔सदियों-सदियों वही तमाशा रस्ता रस्ता लम्बी खोज💔
💔लेकिन जब हम मिल जाते हैं खो जाता है जाने कौन💔
💔ना मरता हूँ, ना जीने का है बाकी कुछ निशान💔
💔हर एक पल हर एक घड़ी एक प्यास बाकी है💔
💔मेरे जख्मों को ताज़ा कर गया वक़्त का मरहम💔
💔दर्द तो नही है लेकिन दर्द का एहसास बाकी है💔
😓ऐ खुदा ऐसा सितम कभी न हो😓
😓इस तरह बेबस कभी ज़िंदगी न हो😓
😓तन्हाई की एक घड़ी मौत से भी बदतर है😓
😓इस दुनिया में कोई मेरी तरह तन्हा ना हो😓
💔यकीन जब कभी खुद टूटने लगता है💔
💔साथ मेरा ही मुझसे फिर छूटने लगता है💔
💔हद से ज्यादा तकलीफ होती है तब💔
💔जब अंदर ही अंदर ज़ख्म फूटने लगता है💔
💔बहुत रोता है ये दिल चीख चीख कर💔
💔कोई अपना मेरा जब मुझे लूटने लगता है💔
💔कुछ इस तरह टूटने लगा हूँ मैं आजकल💔
💔जैसे शीशा कोई खुद ब खुद टूटने लगता है💔
😧सिर्फ चेहरे की उदासी से😧
😧भर आये तेरी आँखों में आँसू😧
😧मेरे दिल का क्या आलम है😧
😧ये तो तू अभी जानता ही नहीं😧
😓हर रिश्ते को अजमाया है हमने😓
😓कुछ पाया पर बहुत गवाया है हमने😓
😓हर उस शख्स ने रुलाया है😓
😓जिसे भी हमने इस दिल में बसाया है😓
😓बिताए हुए कल में आज को ढूँढता हूँ😓
😓सपनों में सिर्फ आपको देखता हूँ😓
😓क्यों हो गए आप मुझसे दूर😓
😓तन्हा, यारों से छुपकर रोता हूँ😓
🤲दुआ नहीं तो गिला देता कोई🍁
🍁मेरी वफ़ा का सिला देता कोई🍁
💔जब मुकद्दर ही नहीं था अपना💔
💔देता भी तो भला क्या देता कोई💔
💔किसी टूटे हुए दिल की आवाज मुझे कहिये💔
💔तार जिसके सब टूटे हो वो साज़ मुझे कहिये💔
💔मैं कौन हूँ और किसके लिए जिंदा हूँ💔
💔मैं खुद नहीं समझा वो राज़ मुझे कहिये💔
🍁कश्ती है पुरानी मगर दरिया बदल गया,🍁
🍁मेरी तलाश का भी तो जरिया बदल गया,🍁
🍁न शकल बदली न ही बदला मेरा किरदार,🍁
🍁बस लोगों के देखने का नजरिया बदल गया!🍁